BYD Auto की कहानी-कैसे एक बैटरी कंपनी बनी दुनिया की EV सुपरपावर

बैटरी से लेकर दुनिया की EV क्रांति तक

BYD Auto आज दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक वाहन (EV) निर्माता कंपनियों में से एक है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि इसकी शुरुआत एक साधारण बैटरी कंपनी के रूप में हुई थी। “Build Your Dreams” यानी BYD की यह प्रेरणादायक कहानी इनोवेशन और ऊर्जा की दिशा में उठाए गए मजबूत कदमों की गवाही देती है।

1995 में चीन का एक इंजीनियर वॉंग चुआनफू (Wang Chuanfu) ने शुरू की गई यह कंपनी आज Tesla जैसी विशाल कंपनियों को भी टक्कर दे रही है।

एक बैटरी कंपनी का जन्म

BYD Company का निर्माण 1995 में चीन के शहर शेन्ज़ेन (Shenzhen) में किया गया था। कंपनी तब रिचार्जेबल लिथियम-आयन बैटरियों का निर्माण कर रही थी, जो मोबाइल फोन, कैमरे और लैपटॉप्स में अधिकांशतः इस्तेमाल की जाती थीं।

  • जापानी कंपनियों का एकाधिकार हुआ करता था।
  • चीन में तकनीक नहीं विकसित थी।
  • BYD ने क्षेत्रीय प्रतिभा और अधिक सस्ती उत्पादन लागत का उपयोग करके बाज़ार में मुकाम बनाया।
    कुछ ही वर्षों के भीतर, BYD दुनिया की टॉप बैटरी मैन्युफैक्चरर्स में शामिल हो गई।

2003 में BYD ने Qinchuan Auto नाम की एक छोटी कार बनाने वाली कंपनी को खरीद लिया और उसी समय BYD Auto जन्म हुआ। कंपनी ने बैटरी में अपने अनुभव को ऑटोमोबाइल सेक्टर में लागू करने की योजना बना ली थी।

2005 में BYD ने अपनी पहली कार – BYD F3 को लॉन्च किया, जो चीन में बेहद लोकप्रिय रही ।

EV क्रांति की शुरुआत

BYD की पहचान बन गई 2008 में, जब कंपनी ने अपनी पहली Plug-in Hybrid Electric Vehicle (PHEV) F3DM उतारी। यह दुनिया की पहली मास प्रोडक्शन PHEV कार थी।

2008 से आगे का सफर

  • 2010: अमेरिका में BYD ने R\&D सेंटर खोला।
  • 2015: पूरी तरह इलेक्ट्रिक कारों पर फोकस शुरू।
  • 2020: ICE (Internal Combustion Engine) वाहनों का निर्माण बंद किया।
  • 2023: Tesla को पछाड़कर दुनिया की No.1 EV कंपनी बनी।

BYD ने अपनी खास तकनीक Blade Battery के साथ EV इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव लाया।

  • नेल पेनिट्रेशन टेस्ट में सबसे सुरक्षित बैटरी।
  • लंबी जीवन अवधि और ज्यादा एनर्जी डेंसिटी।
  • बैटरी फायर और ओवरहीटिंग की घटनाओं में भारी कमी।
  • कम तापमान पर भी प्रभावशाली प्रदर्शन।
  • आज BYD के सभी इलेक्ट्रिक वाहन केवल ब्लेड बैटरी का उपयोग करते हैं।

BYD ने 2023 की चौथी तिमाही में 5.26 लाख EV यूनिट्स की बिक्री करके Tesla को पीछे छोड़ दिया। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि BYD का वर्टिकली इंटीग्रेटेड मॉडल है – यानी, बैटरी से गाड़ी तक सब कुछ खुद ही बनाना।

भारत में BYD की एंट्री

कंपनी की शुरुआत भारत में इलेक्ट्रिक बसों और फ्लीट वाहनों के निर्माण से हुई थी। लेकिन अब कंपनी पैसेंजर सेगमेंट में भी कदम बढ़ा रही है।

भारत में BYD के EV मॉडल

  1. BYD e6 – फ्लीट और टैक्सी ऑपरेटर्स के लिए।
  2. BYD Atto 3 – प्रीमियम इलेक्ट्रिक SUV।
  3. BYD Seal – 2024 में लॉन्च, स्पोर्टी और शानदार रेंज।

भारत में कंपनी

  • EV मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की योजना तेलंगाना में।
  • $1 बिलियन से अधिक का निवेश प्रस्तावित।

10% EV हिस्सेदारी भारतीय मार्केट में पाने की अपनी योजना।

BYD का मिशन है – Zero Emission Future for All

कंपनी बस वाहनों को इलेक्ट्रिक बना रही है, लेकिन संपूर्ण ग्रीन एनर्जी ईकोसिस्टम बनाने पर काम कर रही है।

  • सोलर एनर्जी सिस्टम्स
  • बैटरी स्टोरेज

BYD एक कार निर्माता ही, बल्कि एक क्लाइमेट एक्शन लीडर भी बन चुका है। कंपनी का लक्ष्य न केवल लाभ कमाना है, बल्कि वह पर्यावरणीय संकट का समाधान भी प्रदान कर रही है।

  • 70+ देशों में वाहन और बैटरियां सप्लाई
  • 600,000 से अधिक कर्मचारी प्रत्येक वर्ष मिलियन यूनिट EV प्रोडक्शन कर रही है।

एक छोटी बैटरी कंपनी से लेकर दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती EV कंपनी बनने तक – BYD Auto का सफर बताता है कि बड़े सपनों और अटूट मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

भारत में BYD की एंट्री सिर्फ एक ब्रांड का आना नहीं, बल्कि EV क्रांति की रफ्तार बढ़ाने वाला कदम है। जल्द ही BYD का नाम ग्रीन मोबिलिटी का पहचान बन जाएगा।