ICICI ने 20 साल पहले HDFC को खरीदने की सोची थी – जानें दीपक पारेख का खुलासा

ICICI Bank | newstips.in

Indian Financial Sector में हाल ही में एक बड़ा खुलासा हुआ है, जिसने बैंकिंग वेल पर हलचल मचा दी है। HDFC के चेयरमैन रहे दीपक पारेख ने एक इंटरव्यू के दौरान खुलासा किया कि कभी ICICI Bank, देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंकों में से एक, ने HDFC को अपने नेटवर्क में शामिल करने के लिए अधिग्रहण की कोशिश की थी। यह खुलासा ऐसे समय में आया है जब HDFC और HDFC Bank का हाल ही में हुआ मर्जर पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है।

दीपक पारेख ने इस राज के पार्टिकल्स को उजागर करते हुए बताया कि यह घटना आज से लगभग दो दशक पहले की है। उस समय ICICI Bank के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने HDFC के अधिग्रहण को अपनी दिलचस्पी बनाया था। हालांकि, उस वक्त HDFC ने इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया और अपनी स्वतंत्रता बनाए रखने का निर्णय किया।

हमें ICICI से ऑफर आया था। लेकिन हमने अपनी संस्कृति, अपने विज़न और अपनी शैली का अनुभव यह महसूस किया कि यह अलग है। इसलिए हमने इसे विनम्रतापूर्वक ठुकराया।”

HDFC और ICICI की अलग पहचान

HDFC का गठन वर्ष 1977 में हुआ था, और यह देश का पहला हाउसिंग फाइनेंस इंस्टीट्यूट था। ICICI Bank का गठन 1994 में हुआ और यह रिटेल बैंकिंग, कॉरपोरेट बैंकिंग और निवेश सेवाओं में डिगेजेंट फॉरवर्ड में।

HDFC ने दशकों तक एक स्वतंत्र, विश्वसनीय और सुदृढ़ ब्रांड के रूप में अपनी प्रतिष्ठा बनाई। ICICI Bank ने भी टेक्नोलॉजी और डिजिटल बैंकिंग के क्षेत्र में खुद को आगे रखा। दोनों की संचालन शैली अलग थी, यही कारण है कि उस समय का प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ पाया।

अब क्या बदला है:2023 में HDFC और HDFC Bank के बीच ऐतिहासिक मर्जर हुआ, जिसे भारत के कॉर्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा मर्जर बताया गया। इस मर्जर का आकार करीब ₹3.2 लाख करोड़ की डील था, जिसके बाद HDFC Bank देश का सबसे बड़ा प्राइवेट लेंडर बना गया।

इसके बाद में दीपक पारेख ने चेयरमैन के पद से रिटायरमेंट होने की घोषणा की और कई निजी बातें कीं, जिनमें ICICI Bank द्वारा HDFC खरीदने का प्रयास भी शामिल था।

इसके बाद से शेयर मार्केट में हलचल देखी गई है। एक्सपर्ट्स और निवेशकों ने यह खबर बैंकिंग सेक्टर के भविष्य के परिप्रेक्ष्य में देखी है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि यदि उस समय ICICI और HDFC का विलय हो जाता, तो भारतीय बैंकिंग सेक्टर की तस्वीर आज बिल्कुल अलग होती।

क्या सीख मिलती है इस घटना से

इस कहानी से यह स्पष्ट होता है कि किसी भी संस्थान की सफलता केवल आर्थिक ताकत पर ही निर्भर नहीं करती, बल्कि उसकी संस्कृति, दीर्घकालिक सोच और नेतृत्व की भूमिका भी बहुत महत्वपूर्ण होती है।

दीपक पारेख की यह बात खुलासा करता है कि HDFC ने हमेशा विज़न और अपनी स्वतंत्र विचारधारा पर विश्वास रखा। जबकि ICICI Bank ने विस्तार की योजना अपने माध्यम से अधिग्रहण की थी, HDFC ने अपने मूल्यों पर कुर्बानी नहीं दी और आज वह भारत के सबसे भरोसेमंद ब्रांड्स में गिना जाता है।,

HDFC Bank और HDFC एक हो गई है, तो यह देखना काफी रोचक होगा कि यह गठबंधन आने वाले सालों में बैंकिंग सेक्टर पर कैसे प्रभाव डालता है।

Yoga Day 2025:विशाखापट्टनम में 3 लाख लोगों के साथ PM मोदी ने किया ऐतिहासिक योग, नौसेना ने समुद्र में किया अभ्यास

Yoga Day 2025 | newstips.in

हर साल 21 जून को मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस अब एक वैश्विक उत्सव बन चुका है। वर्ष 2025 में यह आयोजन और भी भव्य रूप में सामने आया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में करीब 3 लाख लोगों के साथ योग कर इतिहास रच दिया। वहीं, भारतीय नौसेना द्वारा समुद्र में योगाभ्यास ने इस आयोजन को और भी खास बना दिया।

विशाखापट्टनम बना योग की राजधानी:विशाखापट्टनम का प्रसिद्ध आर.के. बीच (RK Beach) इस वर्ष का योग दिवस का केंद्र रहा। समुद्र की लहरों के बीच, हज़ारों लोगों ने एकसाथ योग करने हेतु एक अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने योग सत्र का नेतृत्व करते हुए अधिनाहन करते हुए कहा:

योग शरीर का व्यायाम नहीं, बल्कि मन, शरीर और आत्मा का संगम है। यह प्रकृति के करीब ले जाता है और जीवन को संतुलित करता है।”

वर्ष का थीम इस वर्ष था One Earth, One Health” (एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य) जो इंगित करता है कि व्यक्तिगत स्वास्थ्य और पृथ्वी के स्वास्थ्य में गहरा संबंध है।

नौसेना का समुद्र में योग:2025 का योग दिवस की सबसे अद्वितीय झलक रही भारतीय नौसेना का समुद्र में योग अभ्यास। नौसेना के जवानों ने युद्धपोतों, पनडुब्बियों और नौसैनिक अड्डों पर योग करते हुए दिखाया कि योग किसी भी स्थिति में संभव है।

  • जवानों का अनुशासन और मानसिक दृढ़ता।
  • यह कि योग सिविल जीवन के लिए सिवाय नहीं, सुरक्षाबलों के लिए भी बहुत उपयोगी।
    सोशल मीडिया पर #YogaAtSea, #NavyYoga और #YogaDay2025 जैसे हैशटैग्स ट्रेंड करने लगे।

टाइम्स स्क्वायर से लेकर एफिल टॉवर तक गूंजा भारत का योग संदेश

Yoga Day 2025:भारत की अगुआई में दुनिया ने भी इस दिन को पूरे उत्साह के साथ मनाया। न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर, पेरिस का एफिल टॉवर, दुबई की बुर्ज खलीफा, और लंदन का ट्रैफाल्गर स्क्वायर जैसे विश्व प्रसिद्ध स्थलों पर भी योग सत्र आयोजित किए गए।

मुख्य वैश्विक बिंदु:

  • संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में विशेष योग सत्र हुआ था।
  • 190+ देशों में लाखों लोगों ने योग कार्यक्रमों में भाग लिया।
  • डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाइव सेशन और वर्चुअल योग क्लासेस ट्रेंड में रहीं।

2025 में योग की बढ़ती प्रासंगिकता

आज की तनावपूर्ण, व्यस्त और असंतुलित जीवनशैली में योग एक वरदान है। यह न केवल शारीरिक फिटनेस बल्कि मानसिक शांति और आंतरिक स्थिरता भी प्रदान करता है।

हालिया आंकड़ों के अनुसार:

  • दुनियाभर में 30 करोड़ से अधिक लोग नियमित योग कर रहे हैं।
  • अमेरिका, जापान, जर्मनी आदि देशों ने योग को स्वास्थ्य प्रणाली और स्कूल पाठ्यक्रम में भी शामिल किया है।

सोशल मीडिया पर युवा और ग्लोबल क्रेज: इस वर्ष सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर #SunriseYogaChallenge, #YogaForPeace आदि ट्रेंड्स जल्दी से वायरल हुए। इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर विशाखापट्टनम के ड्रोन व्यू और समुद्र में नौसेना का योग सबसे अधिक शेयर की जाने वाली क्लिप्स में शामिल रहे।

Yoga Day 2025: ने फिर सिद्ध किया कि योग न ही भारत की सांस्कृतिक विरासत है, बल्कि यह वैश्विक स्वास्थ्य और शांति का माध्यम बन गया है।

“One Earth, One Health”की थीम के साथ इस साल का योग दिवस पूरी दुनिया में संपूर्ण स्वास्थ्य और सामूहिक चेतना का संदेश बनकर उभरा।

IND vs ENG 1st Test: डेब्यू पर जीरो पर आउट हुए साई सुदर्शन, इंग्लैंड ने भारत की मजबूत शुरुआत पर किया पलटवार

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मैच का बड़ा अपडेट: भारत की पारी में उतार-चढ़ाव

भारत और इंग्लैंड के में खेला जा रहा पहला टेस्ट मैच रोमांचक मोड़ पर है। रोहित शर्मा की नेतृत्व में टीम इंडिया ने जबरदस्त शुरुआत की, लेकिन मिडल ऑर्डर में कुछ महत्वपूर्ण विकेट गिरने से लय भंग हो गई। सबसे बड़ा झटका डेब्यू करने के लिए आये युवा बल्लेबाज़ साई सुदर्शन के रूप में लगा, जो बिना कोई रन बनाये पवेलियन वापस चले गए।

साई सुदर्शन का टेस्ट डेब्यू: दबाव में आया युवा जोश

तमिलनाडु के उभरते हुए बल्लेबाज़ साई सुदर्शन को टेस्ट कैप दी गई। उनसे बहुत बड़ी उम्मीदें थीं क्योंकि उन्होंने घरेलू क्रिकेट और IPL में अच्छा खेला था। लेकिन उनका डेब्यू सबकी उम्मीदों पर खरा नहीं निकल पाया। उन्होंने शून्य पर आउट होकर टेस्ट डेब्यू पर “डक” करने वाले भारतीय खिलाड़ियों की फेहरिस्त में शामिल हो गए।

डेब्यू पर डक मारने वाले कुछ चर्चित भारतीय खिलाड़ी

  • सचिन तेंदुलकर
  • विराट कोहली
  • केएल राहुल

साई सुदर्शन

भारत की शुरुआत: जायसवाल और राहुल ने रखी मजबूत नींव

ओपनिंग जोड़ी यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने भारतीय पारी की शानदार शुरुआत की। दोनों ने पहले विकेट के लिए अच्छी साझेदारी की और इंग्लैंड के गेंदबाजों को शुरुआती सफलता से वंचित रखा।

  • जायसवाल: आक्रामक अंदाज़ में खेले और कुछ बेहतरीन चौके जमाए
  • राहुल: क्लासिक टेस्ट बल्लेबाज़ी का उदाहरण दिया
    लेकिन जैसे ही पहला विकेट गिरा, इंग्लैंड ने मौके का फायदा उठाया और कुछ जल्दी-जल्दी विकेट लेकर भारत पर दबाव बनाया।

इंग्लैंड की वापसी: सटीक गेंदबाज़ी से पलटा मुकाबला

पहले सत्र में लड़ने वाले इंग्लिश गेंदबाजों ने लंच के बाद शानदार वापसी। तेज गेंदबाजों ने सीम मूवमेंट और शॉर्ट बॉल का बेहतरीन इस्तेमाल किया।

  • LBW आउट कर दिया गया साई सुदर्शन को
  • मध्यक्रम लड़खड़ा गया – श्रेयस अय्यर और विराट कोहली भी ज्यादा देर नहीं टिक सके
  • रन गति धीमी हो गई और भारत की पारी दबाव में आ गई

साई सुदर्शन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

साई सुदर्शन के डेब्यू पर शून्य पर आउट होने की क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। फैंस उनके समर्थन में भी हैं और कह रहे हैं कि हर खिलाड़ी को दूसरा मौका मिलना चाहिए। कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने कहा कि “यह सिर्फ शुरुआत है, इस युवा में लंबी रेस का घोड़ा बनने की काबिलियत है।”

मैच का स्कोर

  • भारत: 125/4 (35 ओवर तक)
  • टॉप स्कोरर: यशस्वी जायसवाल – 47 रन
  • इंग्लैंड के टॉप बॉलर: जेम्स एंडरसन – 2 विकेट

क्या कहता है यह मुकाबला

भारत की शुरुआत बेहतरीन रही, लेकिन इंग्लैंड ने मैच में वापसी कर इसे बराबरी की टक्कर में ला खड़ा किया। साई सुदर्शन का डेब्यू भले ही निराशाजनक रहा हो, लेकिन क्रिकेट में ऐसे मौके फिर आते हैं।

IND vs ENG 1st Test के बाद भारत की मजबूत शुरुआत के बावजूद इंग्लैंड की वापसी ने मैच को रोमांचक कर दिया है। साई सुदर्शन का डेब्यू फीका हुआ भला, लेकिन युवा खिलाड़ियों को मौके की ज़रूरत होती है। आने वाले दिन मैच का रुख तय करेंगे

लड़के से लड़की बनीं अनाया बांगर ने BCCI और ICC से की खास मांग वायरल वीडियो में बताई अपनी सच्चाई

BCCI | newstips

अनाया बांगर, जिनका जन्म एक पुरुष के रूप में हुआ था और अब वे एक महिला बन चुकी हैं, ने भारतीय क्रिकेट दुनिया में एक नया बहस शुरू किया है। अनाया ने सोशल मीडिया पर एक 8 पेज लंबा पोस्ट डाला जहां उन्होंने अपना जेंडर ट्रांजिशन, भावनात्मक संघर्ष और अपने क्रिकेट कैरियर के अनुभव शेयर किए।

अनाया ने क्या कहा

अनाया ने अपनी पुकार में लिखा:

मैं अब एक महिला हूं और महिला क्रिकेट खेलने का सपना देखती हूं। मैं BCCI और ICC से निवेदन करती हूं कि मेरी पहचान और संघर्ष को समझें और मुझे भी एक समान अवसर दिया जाए।

उन्होंने यह भी कहा कि क्रिकेट खेल नहीं, उनकी जिंदगी की आत्मा है में खुद को महिला क्रिकेट टीम का हिस्सा बनाकर देश का प्रतिनिधित्व करना चाहती हैं।

8 पेज का खुला पत्र: भावनात्मक और स्पष्ट

अनाया का सोशल मीडिया पोस्ट सिर्फ एक अपील नहीं, बल्कि समाज के सामने रखा गया एक खुला दस्तावएज़ है जिसमें उन्होंने लिखा:

  • कैसे उन्होंने खुद को पहचाना और समाज से लड़ते हुए ट्रांजिशन किया
  • कैसे क्रिकेट के मैदान से उनका जुड़ाव बचपन से रहा
  • क्यों वो महिला क्रिकेट में खेलने के योग्य मानी जानी चाहिए

BCCI और ICC के नियम क्या कहते हैं

वर्तमान में, BCCI और ICC के नियम ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों को लेकर स्पष्ट नहीं हैं। हालांकि, ICC ने कुछ मामलों में ट्रांस महिला खिलाड़ियों को भाग लेने की अनुमति दी है बशर्ते कुछ मेडिकल और बायोलॉजिकल शर्तें पूरी की जाएं, जैसे:

  • टेस्टोस्टेरोन लेवल एक निर्धारित सीमा से कम हो
  • ट्रांजिशन को एक निश्चित समय पूरा हो चुका हो
  • मेडिकल सर्टिफिकेशन की उपलब्धता
    अनाया का कहना है कि उन्होंने अपनी सभी मेडिकल प्रक्रिया पूरी कर ली हैं और ICC की गाइडलाइन्स को पूरा करती हैं।

वीडियो हुआ वायरल, सोशल मीडिया पर मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया

अनाया का वीडियो बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। कुछ लोगों ने उनके साहस की खूब तारीफ की, तो कुछ लोगों ने नियमों और जैविक अंतर को लेकर सवाल उठाए हैं।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं:

  • अनाया तुम प्रेरणा हो
  • हर किसी को बराबरी का हक मिलना चाहिए – खेल में भी.

वैश्विक बहस ट्रांसजेंडर एथलीट्स पर

अनाया का केस नया नहीं है। विश्व में ट्रांसजेंडर एथलीट्स पर बहस जारी रही है। लॉरेल हबर्ड (वेटलिफ्टर) और सेमेन्या (मध्य दूरी की धावक) जैसे केस मशहूर हुए हैं, जहाँ लिंग पहचान और प्रदर्शन के बीच संतुलन को लेकर गहरी चर्चा हुई।

भविष्य की राह क्या है

अनाया बांगर ने क्रिकेट संगठनों और समाज के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा दिया है – ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों को बराबरी का मौका मिलेगा या नहीं?

BCCI या ICC ने अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन यह मामला अब सुर्खियों में है और आने वाले दिनों में इसकी चर्चा और तेज होगी।

अनाया बांगर ने केवल अपने लिए नहीं, बल्कि हजारों ट्रांसजेंडर युवाओं के लिए भी आवाज उठाई है जो अपने सपनों के लिए लड़ रहे हैं। अब देखना यह होगा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड और अंतरराष्ट्रीय संस्था ICC इन पर क्या कदम उठाते हैं।

IND vs ENG 1st Test: तीन पेसर्स के साथ उतरे रोहित के रणबांकुरे जायसवाल-राहुल की ठोस ओपनिंग से मजबूत शुरुआत

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IND vs ENG के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला बेहद रोमांचक शुरुआत के साथ शुरू हुआ। रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम ने इस मुकाबले में तीन तेज गेंदबाजों के साथ मैदान में उतरने का फैसला लिया, जो घरेलू परिस्थितियों में एक चौंकाने वाला लेकिन रणनीतिक निर्णय माना जा रहा है।

टीम में मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह और शार्दुल ठाकुर को ब्रिटेन की टीम में शामिल किया गया है, वहीं स्पिन विभाग पर रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन की जोड़ी नज़र आई।

भारत की प्लेइंग-11

  • रोहित शर्मा (कप्तान)
  • यशस्वी जायसवाल
  • केएल राहुल
  • श्रेयस अय्यर
  • विराट कोहली
  • ऋषभ पंत (विकेटकीपर)
  • रवींद्र जडेजा
  • रविचंद्रन अश्विन
  • शार्दुल ठाकुर
  • मोहम्मद सिराज

जायसवाल और राहुल की शानदार शुरुआत

टॉस जीतकर बल्लेबाज़ी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत सधी हुई रही। ओपनिंग जोड़ी यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने बिना कोई विकेट गंवाए टीम को 36 रन तक पहुंचा दिया। दोनों बल्लेबाजों ने संयम के साथ खेलते हुए इंग्लैंड के गेंदबाजों का सामना किया और मौके का इंतजार करते रहे।

यशस्वी जायसवाल ने अपने आक्रामक दिल को काबू में रखते हुए तकनीकी बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन किया, वहीं केएल राहुल ने अपने अनुभव का पूरा इस्तेमाल करते हुए अच्छी साझेदारी की।

तीसरे पेस बॉलर शार्दुल ठाकुर को भी टीम ने शामिल किया, जो अकेले लंबे समय से टीम से बाहर चले आ रहे थे। कप्तान रोहित शर्मा का यह निर्णय यह साबित करता है कि टीम इस मैच जीतने के लिए बैलेंस्ड अटैक चाहती है, जिसमें तेज और स्पिन दोनों बराबर काम करें।

इंग्लैंड की चुनौती इंग्लैंड ने भी अनुभवी बल्लेबाजों और स्पिन-फ्रेंडली पिच को ध्यान में रखते हुए अपनी टीम में गहराई रखी है। लेकिन भारतीय गेंदबाजी अटैक को देखते हुए उनके लिए यह आसान मुकाबला नहीं होगा।

मैच की कुछ प्रमुख झलकियाँ

  • भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी।
  • रोहित शर्मा ने भरोसेमंद और संतुलित प्लेइंग-11 के साथ शुरुआत की।
  • जायसवाल और राहुल ने 36 रन की ठोस ओपनिंग साझेदारी निभाई।
  • घरेलू ड्डि पर तीन पेसर्स का सेलेक्शन एक जोखिम लेने वाला और बुद्धिमान फैसला माना जा रहा है।

भारत की यह पहल इंग्लैंड के सामने एक मजबूत मनोबल का निर्माण करती है। तीन ऑफ-स्पिन गेंदबाजों का चयन, ओपनिंग में सधी शुरुआत और मिडिल ऑर्डर में गहराई – यह सब दिखाता है कि भारत इस टेस्ट सीरीज़ को जीतने के लिए पूरी तरह तैयार है।

RPSC का बड़ा बयान: परीक्षा स्थगित नहीं होगी, विरोध को बताया योजनाबद्ध साजिश

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राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने हाल ही में एक बड़ा बयान देते हुए स्पष्ट कर दिया है कि भर्ती परीक्षाएं निर्धारित समय पर ही आयोजित होंगी। आयोग ने उन तमाम मांगों और प्रदर्शनों को खारिज कर दिया है जिनमें परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाने की मांग की जा रही थी। आयोग ने इन विरोधों को “प्रायोजित और योजनाबद्ध साजिश” करार दिया है, जो परीक्षा व्यवस्था को प्रभावित करने का प्रयास कर रही है।

पूरा मामला कुछ उम्मीदवारों और संगठनों ने हाल के दिनों में विभिन्न परीक्षाओं के संबंध में RPSC के खिलाफ विरोध दर्ज किया। उनका आरोप था कि परीक्षा की तैयारियों के लिए उन्हें काफी समय नहीं मिल पाया है और परीक्षा तिथि को आगे बढ़ाया जाए। कुछ स्थानों पर धरने भी किए गए।

लेकिन RPSC ने इन मांगों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। आयोग का मानना है कि परीक्षा स्थगन की मांग उन उम्मीदवारों के साथ अन्याय होगी जिन्होंने समय से तैयारी की है और मेहनत करके परीक्षा में शामिल होने को तैयार हैं।

RPSC अध्यक्ष का बयान

RPSC के अध्यक्ष ने मीडिया से बातचीत में कहा:

परीक्षा तय कार्यक्रम के अनुसार होगी। कुछ तत्व जानबूझकर परीक्षा को बाधित करने का प्रयास कर रहे हैं। ये विरोध प्रायोजित और योजनाबद्ध लगते हैं। हम किसी भी कीमत पर मेहनती छात्रों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।

उन्होंने यह भी बताया कि आयोग पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ परीक्षा आयोजित कर रहा है और इस व्यवस्था को प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा।

छात्रों की मिली-जुली प्रतिक्रिया

स्टूडेंट्स की प्रतिक्रिया इस बयान पर मिली-जुली रही।

  • कई छात्रों ने आयोग के निर्णय का समर्थन किया और कहा कि परीक्षा टालना वास्तव में उन उम्मीदवारों के साथ अन्याय होगा जिन्होंने तैयारी में महीनों लगाए हैं।
  • कुछ छात्रों के मानना है कि उन्हें पर्याप्त नोटिस या समय नहीं मिला, और परीक्षा की तारीख कुछ हफ्तों के लिए आगे बढ़ाई जा सकती थी।

Exam सुरक्षा और निष्पक्षता

RPSC ने यह भी सूचित किया कि कई स्तरों पर परीक्षा के दौरान सुरक्षा और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए तैयारी की गई है:

  • निगरानी कैमरे प्रत्येक केंद्र पर रखे जाएंगे।
  • बायोमेट्रिक वैलिडेशन किया जाएगा।
  • पेपर लीक जैसी घटनाओं से निवारण के लिए कड़े गाइडलाइंस लागू किये गए हैं।

कानूनी दृष्टिकोण और प्रशासनिक रुख

राजस्थान सरकार और उच्च शिक्षा विभाग ने भी RPSC के रुख का समर्थन किया है। उनका कहना है कि ऐसी परीक्षाएं पहले से ही तय कार्यक्रम और कोर्ट की निगरानी में होती हैं, और बार-बार बदलाव से परीक्षा व्यवस्था और प्रशासन दोनों पर नकारात्मक असर पड़ता है।

परीक्षा होगी तय समय पर

इस पूरे प्रसंग में यह स्पष्ट हो गया है कि RPSC को कभी भी किसी दबाव में परीक्षा की तिथि में परिवर्तन नहीं किया जाएगा। खुदाय का स्पष्ट Guideline यह दर्शाता है कि उसने योग्यता-आधारित चयन प्रक्रिया को प्राथमिकता दे रखी है और परीक्षार्थियों को निष्पक्ष मंच प्रदान करने का इचीच करता है।

Weather Alert Today: भारी बारिश का कहर, दिल्ली-NCR से लेकर UP-राजस्थान तक मॉनसून सुपर एक्टिव

Weather Alert Today | newstips

Weather Alert Today : मॉनसून 2025 ने पूरे भारत में फिर से अपनी शक्ति दिखा दी है। मौसम विभाग (IMD) के ताज़ा अलर्ट के मुताबिक, देश के आधे से अधिक हिस्सों में आज यानी 19 जून 2025 को भारी बारिश का पूर्वानुमान है। खासकर दिल्ली-NCR, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के इलाकों में तेज़ बारिश और आंधा-तूफान की संभावना प्रकट की गई है।

दिल्ली-NCR

राजधानी दिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों में सुबह से ही घने बादल छाए रहे। मौसम विभाग कीPrediction के अनुसार, पूरे दिन हल्की से मध्यम वर्षा के साथ कुछ क्षेत्रों में तेज़ वर्षा और बिजली गिरने की अलर्टि है। गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद में भी जाम और जलभराव की स्थिति बन सकती है।

उत्तर प्रदेश और राजस्थान में हाई अलर्ट

लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी और गोरखपुर के इलाकों में भारी बारिश के कारण जलभराव और सड़कें डूबने जैसे हालात बन सकते हैं। वहीं, राजस्थान के जयपुर, कोटा, उदयपुर समेत अन्य जिलों में बिजली गिरने और तेज हवाओं के साथ बारिश की सूचित की गई है। किसानों और यात्रियों को सावधान रहने की सलाह दी गई है।

उत्तराखंड और हिमाचल में लैंडस्लाइड की आशंका

Weather Alert Today: हिमालयी राज्यों में बारिश के बने रहने से भूस्खलन (landslide) का खतरा मंडरा रहा है। ऋषिकेश, बद्रीनाथ, केदारनाथ और शिमला, मनाली जैसे क्षेत्रों में सड़क मार्ग प्रभावित हो सकते हैं। यात्रियों को मौसम की जानकारी एकत्र करने की सलाह दी गई है।

कृषि क्षेत्र पर असर

एक फायदा यह भी है कि खरीफ की फसलों की बुवाई में तेजी आएगी। लेकिन फसलों को ज़्यादा पानी से नुकसान भी हो सकता है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे खेतों में जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें।

IMD की एडवाइजरी

भारतीय मौसम विभाग ने येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए लोगों से अपील की है कि वे बिना ज़रूरी काम के बाहर ना निकलें। मोबाइल पर मौसम संबंधित अलर्ट्स को ऑन रखें और बिजली गिरने के समय सुरक्षित जगह पर रहें।

सुझाव:

  • बारिश के समय खुले स्थानों से बचें
  • इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस का उपयोग संभलकर करें
  • बच्चों और बुज़ुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह
  • ट्रैफिक ऐप्स से रास्ते की जानकारी लें

TTD का केंद्र से आग्रह – तिरुपति एयरपोर्ट का नाम भगवान श्री वेंकटेश्वर के नाम पर किया जाए

तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने केंद्र सरकार से औपचारिक रूप से आग्रह किया है कि तिरुपति हवाई अड्डे (Tirupati Airport) का नाम भगवान श्री वेंकटेश्वर के नाम पर रखा जाए। यह प्रस्ताव धार्मिक भावनाओं को सम्मान देने और तिरुपति की सांस्कृतिक पहचान को और मजबूत करने के उद्देश्य से रखा गया है।

क्या है प्रस्ताव

TTD बोर्ड की बैठक में, सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें भारत सरकार से अनुरोध किया गया कि तिरुपति अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम बदलकर “श्री वेंकटेश्वर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा” रखा जाए।

TTD का विश्वास यह है कि तिरुपति भगवान श्री वेंकटेश्वर का मुख्य धाम है और यहां प्रत्येक वर्ष करोड़ों श्रद्धालु दर्शनार्थ आते हैं। ऐसे में एयरपोर्ट का नाम भी उनके नाम पर होना, धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से संगत होगा।

धार्मिक महत्व : तिरुपति भारत के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। इस पर श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर स्थित है जिस पर दुनियाभर से श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। भगवान वेंकटेश्वर को विष्णु जी का अवतार माना जाता है और तिरुमला की पहाड़ियों पर स्थित यह मंदिर करोड़ों की आस्था का केंद्र है।

तिरुपति एयरपोर्ट : आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में है और यह दक्षिण भारत के सबसे व्यस्त धार्मिक केंद्रों में एक को एयर कनेक्टिविटी प्रदान करता है। recent years में एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित किया गया है और यहां से हाज यात्रा व अन्य विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की भी शुरुआत हुई है।

धार्मिक जुड़ाव :TTD का कारण दे रहा है कि जब देशभर के कई एयरपोर्ट्स महान नेताओं, स्वतंत्रता सेनानियों या ऐतिहासिक शख्सियतों के नाम पर हैं, तो भगवान वेंकटेश्वर के नाम पर तिरुपति जैसे धार्मिक स्थल पर एयरपोर्ट का नामकरण एक उचित और सम्मानजनक पहल होगा।

जन समर्थन

सोशल मीडिया पर भी इस प्रस्ताव के बारे में मिलीजुली प्रतिक्रियाएं देखी जा रही हैं। कुछ यूज़र्स ने इसका समर्थन करते हुए कहा कि यह एक सकारात्मक पहल है, जबकि कुछ ने इसे राजनीतिक दृष्टिकोण से भी देखा। फिर भी, स्थानीय जनता और श्रद्धालु वर्ग को यह प्रस्ताव खुशियों की रंगत दिखा रहा है।

TTD ने यह प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दिया है और अब निर्णय गृह मंत्रालय व नागरिक उड्डयन मंत्रालय को लेना है। यदि यह प्रस्ताव पारित होता है, तो तिरुपति एयरपोर्ट का नाम जल्द ही “श्री वेंकटेश्वर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा” हो सकता है।

TTD का यह कदम सिर्फ नाम बदलने की मांग नहीं है, लेकिन यह धार्मिक पहचान, आस्था और परंपरा को सम्मान देने का प्रयास भी है। अब देखना होगा कि केंद्र सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है।

Lychee Gravy Momos देख भड़का इंटरनेट – यूजर्स बोले, ऐसा पाप मत करो यार

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भारतीय स्ट्रीट फूड की जगह पर कुछ नया और अजीबपर्याय परोसने की होड़ ने फिर से सोशल मीडिया को चौंका दिया है। इस बार का मामला है Lychee Gravy Momos का, जिसकी एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। देखने में जितनी अजीब इस डिश लगती है, उतनी ही प्रतिक्रियाएं इस पर आ रही हैं – और ज़्यादातर यूजर्स का कहना है: “ऐसा पाप मत करो यार”

What is Lychee Gravy Momos

मोमोज़ – जिन्हें आम तौर पर वेज या चिकन फिलिंग के साथ, स्टीम या फ्राइड करके, रेड और ग्रीन चटनी के साथ परोसा जाता है – अब एक नए और विवादास्पद रूप में सामने आए हैं। दिल्ली के एक स्ट्रीट वेंडर ने इन मोमोज़ को मीठी लीची ग्रेवी में डुबाकर एक बिल्कुल नया “फ्यूज़न” तैयार किया है। इस वीडियो में देखा गया कि मोमोज़ को कढ़ाई में लीची से बनी गाढ़ी ग्रेवी में डालकर, ऊपर से क्रीम और चॉकलेट सिरप जैसी चीज़ें डाली जा रही हैं।

सोशल मीडिया

वीडियो सामने आते ही Twitter, instagram और youtubeपर प्रतिक्रियाओं की लू आ गई:

  • एक यूजर ने लिखा था: “मोमोज़ की आत्मा रो रही होगी।”
  • दूसरे ने लिखा: “लीची और मोमोज़ का रिश्ता वैसा है जैसे समोसे में आइसक्रीम डाल दो।”
  • किसी ने लिखा था: “भाई, इतना पाप मत करो, मोमोज़ को मोमो ही रहने दो!”
  • मीम्स की avalanche आ गई – किसे ने इसे “डिश नहीं, अत्याचार” कहा।

फ्यूजन फूड का ट्रेंड या हद से ज़्यादा क्रिएटिविटी

कुछ सालों में, हमने फ्यूजन फूड के नाम पर कई अजीबोगरीब प्रयोग देखे हैं — जैसे मैगी गोलगप्पे, चॉकलेट समोसा, फालूदा डोसा और अब लीची मोमोज़। फूड ब्लॉगर और शेफ्स जहां कुछ नया करने की कोशिश करते हैं, वहीं दर्शक इसे पसंद करने के बजाय अधिकतर समय ट्रोल ही करते हैं।

यह डिश वायरल क्यों हुई

  1. स्ट्रेंग थिंग फ्यूजन: मोमोज़ ऐसे ताज़े, नमकीन स्ट्रीट फूड को मीठी लीची ग्रेवी में बदलना सभी के लिए शॉकिंग था।
  2. वीडियो एंगल: वायरल वीडियो में जिस तरह डिश प्रेज़ेंट की गई, वह दिखने में अजीब और अनैच्छिक नज़र आई।
  3. यूजर्स की नाराज़गी: लोग अपने पसंदीदा फूड के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं कर पाते, खासकर जब बात मोमोज़ की हो।

क्या ऐसे फूड वीडियो पर रोक लगनी चाहिए

हालांकि रचनात्मकता का स्वागत होना चाहिए, लेकिन सोशल मीडिया पर कई यूजर्स का मानना है कि खाने के साथ इस तरह की ‘क्रिएटिविटी’ को बढ़ावा देने से खाद्य संस्कृति का मज़ाक बनता है। कई लोगों ने इन फूड वेंडर्स को सिर्फ वायरल होने के लिए बेस्वाद और बेवजह की डिशेस बनाने का आरोप भी लगाया।

Lychee Gravy Momos ने फिर से यह साबित कर दिया है कि भारतीय Food Lovers सिर्फ स्वाद से ही जुड़े होते हैं, भावनाओं से भी जुड़े होते हैं। हर बार जब उनके पसंदीदा स्ट्रीट फूड के साथ ऐसे प्रयोग होते हैं, तो इंटरनेट इसे लेकर नाराज़ हो उठता है।

Kedarnath यात्रा में बड़ा हादसा: हेलिकॉप्टर क्रैश में 7 की मौत, सरकार ने दिए जांच के आदेश

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग ज़िले में सोमवार को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जब केदारनाथ से लौट रहा एक हेलिकॉप्टर गौरीकुंड और सोनप्रयाग के बीच दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें सभी श्रद्धालु बताए जा रहे हैं। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और राहत-बचाव कार्य तेजी से शुरू किया गया।

हादसे की पूरी जानकारी

बताया जा रहा है कि यह हेलिकॉप्टर प्राइवेट कंपनी का था और केदारनाथ से श्रद्धालुओं को लेकर लौट रहा था। घटना दोपहर करीब 11:30 बजे के आस-पास हुई, जब हेलिकॉप्टर सोनप्रयाग के पास एक पहाड़ी इलाके में क्रैश हो गया। मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार, हेलिकॉप्टर को गिरते हुए देखा गया और तुरंत ज़िला प्रशासन को सूचना दी गई।

7 लोगों की मौके पर ही मौत

हादसे में हेलिकॉप्टर में सवार सभी 7 लोगों की जान चली गई, जिनमें 6 श्रद्धालु और एक पायलट थे। अभी तक हाल हो गया निकाला जा रहा है। शवों को निकालकर नजदीकी अस्पताल भिजवाया गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जताया दुख

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट करके लिखा,

Kedarnath यात्रा के समय हेलिकॉप्टर की दुर्घटना का समाचार बहुत दुखद है। ईश्वर श्राद्ध वालों को शांति दें। प्रशासन को राहत और बचाव अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।

सरकार ने दिए जांच के आदेश

उत्तराखंड सरकार ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रारंभिक जांच में मौसम खराब होने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन तकनीकी कारणों की भी जांच की जाएगी। DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) की टीम जल्द ही घटनास्थल पर पहुंचेगी।

खराब मौसम हो सकता है कारण

Kedarnath इलाके में हाल के कुछ दिनों के दौरान मौसम खराब हो गया है। गतिरोध और बादल छाए हुए हैं, जिससे दृश्यता घट गई है। जानकारों का विचार है कि निश्चित ही खराब मौसम ने उड़ान को प्रभावित किया होगा

हेलिकॉप्टर सेवाओं पर उठे सवाल

इस दुर्घटना के बाद हेलिकॉप्टर सेवाओं पर सवाल उठने लगे हैं। यात्रियों की सुरक्षा के लिए और सख्त नियम और निगरानी की मांग की जा रही है। प्रशासन ने सभी ऑपरेटरों को सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने को कहा भी है।