Pakistan से भिड़ंत में India ने गंवाए लड़ाकू विमान, रक्षा प्रमुख ने बताई नई रणनीति

नई दिल्ली:
India और Pakistan के बीच लंबे समय से जारी रहने वाले तनावपूर्ण सम्बन्धों में कई बार सैन्य टकराव की नौबत आ चुकी है। विशेष रूप से फरवरी 2019 में किए बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद दोनों की वायु सेनाओं के बीच गंभीर मुठभेड़ हुई थी। उस दौरान भारत को उसके कुछ लड़ाकू विमानों की क्षति उठानी पड़ी थी। अब भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) ने खुलासा किया है कि उस संघर्ष में भारत ने विमान खोए, लेकिन उसके बाद भारतीय सेना ने रणनीति में बड़ा बदलाव किया और दुश्मन को करारा जवाब दिया।

India ने कब गंवाए लड़ाकू विमान?

2019 की एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की वायुसेना ने भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। जवाबी कार्रवाई में भारतीय वायुसेना ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। इस दौरान मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान पाकिस्तानी विमानों को रोकते समय क्रैश हो गया। पायलट अभिनंदन वर्तमान को पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया था, जिसे बाद में रिहा कर दिया गया।

डिफेंस एक्स्पार्ट्स का मानना है कि तकनीकी खामी, पुराने विमान और कम इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम द्वारा उस समय भारत की कमजोरी थी, जिससे नुकसान हुआ। हालांकि इसके बाद भारत ने अपनी रणनीति में फिर से तेज़ी से बदलाव किया।

CDS ने क्या कहा?

हाल ही में एक सैन्य सम्मेलन के दौरान भारत के रक्षा प्रमुख (CDS) जनरल ने कहा, “हमने पहले झटका जरूर खाया, लेकिन हमने उस हार से सीखा और अपनी सैन्य रणनीति को तुरंत बदला। आज भारतीय वायुसेना की क्षमता पहले से कहीं अधिक मजबूत है।”

वह इन्हें भी बताया कि भारत ने राफेल लड़ाकू विमानों को आमन्त्रित करके वायुसेना की ताकत में क्रांतिकारी परिवर्तन किया है। इसके अलावा निगरानी ड्रोन, अडवांस्ड रडार और तेज़ कमांड रिस्पॉन्स सिस्टम ने भी भारत को मजबूत किया है।

पाकिस्तान को नई रणनीति से जवाब

CDS के अनुसार, भारत ने न केवल फिजिकल जवाब दिया, बल्कि साइबर युद्ध, इंटेलिजेंस नेटवर्क और सीमा पर स्मार्ट निगरानी जैसे कई मोर्चों पर कार्रवाई की। इससे पाकिस्तान को साफ संदेश गया कि भारत अब हर हमले का जवाब तुरंत और सटीक तरीके से देगा

पाकिस्तान के साथ बोझ में भारत को बिल्कुल भी ठीक नहीं होता है, लेकिन फिलहाल भारतीय वायुसेना तकनीक, रणनीति और मनोबल के आधार पर कहीं आगे है। भारत ने न केवल अपनी गलतियों से कुछ सिखा लिया, बल्कि उन्हें अपनी ऊर्जा में बदल दिया। आज भारत किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top