उत्तर भारत में मानसून का आगमन हुआ है और अब उसका प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। भारत मौसम विभाग (IMD) ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि Delhi, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत कई इलाकों में 13 जुलाई तक तेज बारिश हो सकती है। प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। कई स्कूलों ने ऑनलाइन क्लासेस का सहारा लिया है।
- 9 जुलाई 2025 को मानसून ने दिल्ली और आसपास के इलाकों में दस्तक दी। इसके अलावा यह राजस्थान, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई भागों तक भी पहुँच गया है। इस साल मानसून की गति तेज थी और अब यह पंजाब और हिमाचल प्रदेश की तरफ जा रहा है।
1. दिल्ली-NCR
- Delhi में कई स्थानों पर 100mm से अधिक बारिश हुई है। जलभराव के कारण सड़कें जाम, मेट्रो सेवाएं देरी और स्कूलों में छुट्टी जैसे परिस्थितियाँ बनीं। कई क्षेत्रों में घर और दुकानें पानी में डूबा गई हैं।
2. हरियाणा
- गुड़गांव, फरीदाबाद और रोहतक लोग जैसे शहरों में भारी बारिश हुई। नीचे के इलाकों में पानी भरने से जनजीवन बाधित हुआ। किसानों को भी चिंता सता रही है कि ज्यादा पानी से खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है।
3. राजस्थान:
- जयपुर, अलवर, कोटा और भरतपुर शहरों में भारी वर्षा हुई है। राजमार्गों पर ट्रैफिक स्लो हुआ है और कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति भी हुई है।
4. पश्चिमी उत्तर प्रदेश
- मेरठ, बागपत, नोएडा और गाजियाबाद में भी मूसलधार बारिश हुई है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 11 से 13 जुलाई के लिए कई राज्यों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट हो गया है। Delhi , राजस्थान, हरियाणा और पश्चिमी UP में अगले 2–3 दिन लगातार भारी वर्षा की सम्भावना है। कुछ क्षेत्रों में 120mm से अधिक वर्षा हो सकती है, जिससे स्थानीय बाढ़ (Urban Flooding) की आशंका है। लोगों से अपील की गई है कि अनावश्यक यात्रा से बचें, खासकर जलभराव वाले क्षेत्रों में।
अनुमान अगले 3 दिनों
11 जुलाई – भारी बारिश और गरज के साथ तूफान दिल्ली, राजस्थान
12 जुलाई – तेज बारिश, जलभराव की आशंका हरियाणा, पश्चिमी UP
13 जुलाई – बौछारें और बादलों की गड़गड़ाहट DELHI-NCR, पंजाब, हिमाचल
कई राज्यों में प्राथमिक स्कूलों को बंद किया गया है या ऑनलाइन मोड में शिफ्ट किया गया है। ऑफिसों में कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की अनुमति दी गई है IMD और प्रशासन ने जनता को निम्नलिखित सुझाव दिए हैं जलभराव वाले इलाकों में जाने से बचें। यदि आप कार चला रहे हैं, तो पानी भरी सड़कों के बचें। मोबाइल पर मौसम अलर्ट ऐप्स ‘MAUSAM App‘ का इस्तेमाल करें।
घरों की छतें और नालियां साफ रखना, ताकि पानी का बहाव प्रवाही हो
इस मानसून की वजह से सोशल मीडिया पर काफी वायरल वीडियोज और फोटोज शेयर हो रहे हैं दिल्ली में बसें पानी में डूबी नजर आईं। जयपुर में एक बाइक सवार को पानी में बहते हुए बचाया गया। बच्चों ने बारिश का जमकर आनंद लिया कई जगहों पर छुट्टी का दिन बना मस्तीभरा।
जलभराव शहरों में एक समस्या बन जाता है, लेकिन किसानों के लिए मानसून जीवनरेखा है। इस बार की अच्छी बारिश से खरीफ फसलों जैसे धान, बाजरा और मक्का की बुआई में तेजी आ सकती है। मिट्टी की नमी बेहतर होगी जिससे फसल उत्पादन में वृद्धि संभव है।हालांकि अत्यधिक बारिश से फसलों को नुकसान भी हो सकता है, इसलिए राज्य सरकारें सतर्कता बरत रही हैं।
मानसून का आगमन इस बार जोरदार रहा है और इसका असर पूरे उत्तर भारत में साफ देखा जा रहा है। जहां एक ओर बारिश से गर्मी से राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर जलभराव और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं भी बढ़ी हैं।
भारत मौसम विभाग की चेतावनी को निश्चित रूप से अपनाना होगा, क्योंकि अगले 2–3 दिन बहुत ही संवेदनशील हो सकते हैं। बरसात का दौर आनंदमय होता है, लेकिन सावधानी और सतर्कता बनाए रखना ही बुद्धिमानी है।