लड़के से लड़की बनीं अनाया बांगर ने BCCI और ICC से की खास मांग वायरल वीडियो में बताई अपनी सच्चाई

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अनाया बांगर, जिनका जन्म एक पुरुष के रूप में हुआ था और अब वे एक महिला बन चुकी हैं, ने भारतीय क्रिकेट दुनिया में एक नया बहस शुरू किया है। अनाया ने सोशल मीडिया पर एक 8 पेज लंबा पोस्ट डाला जहां उन्होंने अपना जेंडर ट्रांजिशन, भावनात्मक संघर्ष और अपने क्रिकेट कैरियर के अनुभव शेयर किए।

अनाया ने क्या कहा

अनाया ने अपनी पुकार में लिखा:

मैं अब एक महिला हूं और महिला क्रिकेट खेलने का सपना देखती हूं। मैं BCCI और ICC से निवेदन करती हूं कि मेरी पहचान और संघर्ष को समझें और मुझे भी एक समान अवसर दिया जाए।

उन्होंने यह भी कहा कि क्रिकेट खेल नहीं, उनकी जिंदगी की आत्मा है में खुद को महिला क्रिकेट टीम का हिस्सा बनाकर देश का प्रतिनिधित्व करना चाहती हैं।

8 पेज का खुला पत्र: भावनात्मक और स्पष्ट

अनाया का सोशल मीडिया पोस्ट सिर्फ एक अपील नहीं, बल्कि समाज के सामने रखा गया एक खुला दस्तावएज़ है जिसमें उन्होंने लिखा:

  • कैसे उन्होंने खुद को पहचाना और समाज से लड़ते हुए ट्रांजिशन किया
  • कैसे क्रिकेट के मैदान से उनका जुड़ाव बचपन से रहा
  • क्यों वो महिला क्रिकेट में खेलने के योग्य मानी जानी चाहिए

BCCI और ICC के नियम क्या कहते हैं

वर्तमान में, BCCI और ICC के नियम ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों को लेकर स्पष्ट नहीं हैं। हालांकि, ICC ने कुछ मामलों में ट्रांस महिला खिलाड़ियों को भाग लेने की अनुमति दी है बशर्ते कुछ मेडिकल और बायोलॉजिकल शर्तें पूरी की जाएं, जैसे:

  • टेस्टोस्टेरोन लेवल एक निर्धारित सीमा से कम हो
  • ट्रांजिशन को एक निश्चित समय पूरा हो चुका हो
  • मेडिकल सर्टिफिकेशन की उपलब्धता
    अनाया का कहना है कि उन्होंने अपनी सभी मेडिकल प्रक्रिया पूरी कर ली हैं और ICC की गाइडलाइन्स को पूरा करती हैं।

वीडियो हुआ वायरल, सोशल मीडिया पर मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया

अनाया का वीडियो बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। कुछ लोगों ने उनके साहस की खूब तारीफ की, तो कुछ लोगों ने नियमों और जैविक अंतर को लेकर सवाल उठाए हैं।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं:

  • अनाया तुम प्रेरणा हो
  • हर किसी को बराबरी का हक मिलना चाहिए – खेल में भी.

वैश्विक बहस ट्रांसजेंडर एथलीट्स पर

अनाया का केस नया नहीं है। विश्व में ट्रांसजेंडर एथलीट्स पर बहस जारी रही है। लॉरेल हबर्ड (वेटलिफ्टर) और सेमेन्या (मध्य दूरी की धावक) जैसे केस मशहूर हुए हैं, जहाँ लिंग पहचान और प्रदर्शन के बीच संतुलन को लेकर गहरी चर्चा हुई।

भविष्य की राह क्या है

अनाया बांगर ने क्रिकेट संगठनों और समाज के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा दिया है – ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों को बराबरी का मौका मिलेगा या नहीं?

BCCI या ICC ने अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन यह मामला अब सुर्खियों में है और आने वाले दिनों में इसकी चर्चा और तेज होगी।

अनाया बांगर ने केवल अपने लिए नहीं, बल्कि हजारों ट्रांसजेंडर युवाओं के लिए भी आवाज उठाई है जो अपने सपनों के लिए लड़ रहे हैं। अब देखना यह होगा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड और अंतरराष्ट्रीय संस्था ICC इन पर क्या कदम उठाते हैं।