Kota Srinivasa Rao के निधन से शोक में फिल्म और राजनीति जगत: चिरंजीवी, प्रकाश राज और आंध्र के नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

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Kota Srinivasa Rao का निधन फिल्म जगत के लिए एक गहरी क्षति है। उन्होंने न केवल तेलुगू सिनेमा में बल्कि भारतीय सिनेमा में भी अपनी अनूठी छाप छोड़ी है। उनके निधन से न केवल फिल्म उद्योग में शोक का माहौल है, बल्कि राजनीति में भी उनके योगदान को याद किया जा रहा है। आइए इस लेख में हम उनके जीवन, करियर, और उनके निधन पर आए श्रद्धांजलियों को विस्तार से जानते हैं।

कोटा श्रीनिवास राव का जीवन परिचय

Kota Srinivasa Rao का जन्म 2 जुलाई 1947 को आंध्र प्रदेश के जंबर में हुआ था। वे एक साधारण परिवार से थे, लेकिन उनके अभिनय के प्रति जुनून ने उन्हें दक्षिण भारतीय सिनेमा के महान कलाकारों में से एक बना दिया। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत थिएटर से की और फिर जल्दी ही फिल्म उद्योग में कदम रखा। उनका फिल्मी करियर लगभग चार दशकों तक चला, जिसमें उन्होंने विभिन्न प्रकार के किरदार निभाए।

फिल्म करियर

कोटा श्रीनिवास राव ने अपने करियर में कई यादगार फिल्मों में काम किया, जिनमें “मगधीर”, “अनुग्रह”, और “तिरुपाचिची” जैसी हिट फिल्में शामिल हैं। उन्होंने नकारात्मक और नायक दोनों किरदार बेहतरीन तरीके से निभाए। उनके अभिनय की गहराई और समर्पण ने उन्हें दर्शकों के दिलों में एक विशेष स्थान दिलवाया। वे न केवल एक अभिनेता थे, बल्कि एक प्रेरक वक्ता और एक बुद्धिजीवी भी थे।

श्रद्धांजलियाँ: फिल्म उद्योग और राजनेता

Kota Srinivasa Rao के निधन पर पूरे फिल्म उद्योग में शोक की लहर दौड़ गई। कई फिल्मी हस्तियों ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलियां अर्पित कीं और उनके साथ बिताए समय को याद किया।

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने अपने शोक संदेश में कहा “कोटा श्रीनिवास राव केवल एक बेहतरीन अभिनेता ही नहीं थे, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक और समाज के प्रति जागरूक व्यक्ति भी थे। उनके अभिनय में जो भावनात्मक गहराई और यथार्थ था, वह विरले ही देखने को मिलता है। उनका जाना आंध्र प्रदेश और पूरे देश की फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक गहरी क्षति है।”

सुपरस्टार चिरंजीवी ने उन्हें याद करते हुए कहा”कोटा श्रीनिवास राव का जाना मेरे लिए निजी तौर पर बेहद दुखद है। उन्होंने अपने काम और जीवन से मुझे हमेशा प्रेरित किया है। उनके साथ बिताए गए पल मेरे दिल में हमेशा जीवित रहेंगे।”

जनसेना प्रमुख और आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने भी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा “कोटा गरु एक ऐसे कलाकार थे, जिनका अभिनय युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने तेलुगू सिनेमा में जो योगदान दिया है, वह हमेशा याद रखा जाएगा। अंतिम दर्शन के समय मैं उन्हें देखकर भावुक हो गया और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूँ।”

विख्यात अभिनेता प्रकाश राज ने भी सोशल मीडिया पर दुख व्यक्त करते हुए लिखा “कोटा श्रीनिवास राव जैसे कलाकार सदियों में एक बार जन्म लेते हैं। उनका हर किरदार, चाहे वह नकारात्मक हो या हास्य से भरपूर, हमेशा समाज को एक संदेश देता था। उनके बिना फिल्म उद्योग अधूरा महसूस होगा।”

इसके अलावा कई अन्य राजनेताओं और फिल्मी हस्तियों ने भी श्रद्धांजलियों के माध्यम से कोटा श्रीनिवास राव को अंतिम विदाई दी। मुख्यमंत्री नायडू ने उन्हें “सिनेमा का जादूगर” बताते हुए कहा “उनकी कला ने न सिर्फ पर्दे पर बल्कि समाज में भी सकारात्मक प्रभाव डाला।”

कोटा श्रीनिवास राव का योगदान

Kota Srinivasa Rao का योगदान केवल फिल्म उद्योग तक सीमित नहीं था। उन्होंने सामाजिक मुद्दों पर भी अपनी आवाज उठाई और हमेशा समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश की। वे बच्चों की शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय के लिए प्रमुखता से काम करते रहे।

Kota Srinivasa Rao का निधन भारतीय सिनेमा और समाज के लिए एक बड़ी हानि है। उनकी प्रतिभा और समर्पण को कभी नहीं भुलाया जाएगा। उनकी याद में जुटे इस शोक समागम में हर कोई उन्हें अपने तरीके से याद करेगा। फिल्म और राजनीति जगत के सभी लोगों की संवेदनाएँ उनके परिवार के साथ हैं। हम भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति मिले।

Kota Srinivasa Rao ने अपने जीवन में जो आदर्श स्थापित किए हैं, वे आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत रहेंगे। उनका फिल्मी करियर, उनके सामाजिक कार्य और उनकी यादें हमें हमेशा प्रेरित करती रहेंगी।