Yoga Day 2025:विशाखापट्टनम में 3 लाख लोगों के साथ PM मोदी ने किया ऐतिहासिक योग, नौसेना ने समुद्र में किया अभ्यास

हर साल 21 जून को मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस अब एक वैश्विक उत्सव बन चुका है। वर्ष 2025 में यह आयोजन और भी भव्य रूप में सामने आया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में करीब 3 लाख लोगों के साथ योग कर इतिहास रच दिया। वहीं, भारतीय नौसेना द्वारा समुद्र में योगाभ्यास ने इस आयोजन को और भी खास बना दिया।

विशाखापट्टनम बना योग की राजधानी:विशाखापट्टनम का प्रसिद्ध आर.के. बीच (RK Beach) इस वर्ष का योग दिवस का केंद्र रहा। समुद्र की लहरों के बीच, हज़ारों लोगों ने एकसाथ योग करने हेतु एक अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने योग सत्र का नेतृत्व करते हुए अधिनाहन करते हुए कहा:

योग शरीर का व्यायाम नहीं, बल्कि मन, शरीर और आत्मा का संगम है। यह प्रकृति के करीब ले जाता है और जीवन को संतुलित करता है।”

वर्ष का थीम इस वर्ष था One Earth, One Health” (एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य) जो इंगित करता है कि व्यक्तिगत स्वास्थ्य और पृथ्वी के स्वास्थ्य में गहरा संबंध है।

नौसेना का समुद्र में योग:2025 का योग दिवस की सबसे अद्वितीय झलक रही भारतीय नौसेना का समुद्र में योग अभ्यास। नौसेना के जवानों ने युद्धपोतों, पनडुब्बियों और नौसैनिक अड्डों पर योग करते हुए दिखाया कि योग किसी भी स्थिति में संभव है।

  • जवानों का अनुशासन और मानसिक दृढ़ता।
  • यह कि योग सिविल जीवन के लिए सिवाय नहीं, सुरक्षाबलों के लिए भी बहुत उपयोगी।
    सोशल मीडिया पर #YogaAtSea, #NavyYoga और #YogaDay2025 जैसे हैशटैग्स ट्रेंड करने लगे।

टाइम्स स्क्वायर से लेकर एफिल टॉवर तक गूंजा भारत का योग संदेश

Yoga Day 2025:भारत की अगुआई में दुनिया ने भी इस दिन को पूरे उत्साह के साथ मनाया। न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर, पेरिस का एफिल टॉवर, दुबई की बुर्ज खलीफा, और लंदन का ट्रैफाल्गर स्क्वायर जैसे विश्व प्रसिद्ध स्थलों पर भी योग सत्र आयोजित किए गए।

मुख्य वैश्विक बिंदु:

  • संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में विशेष योग सत्र हुआ था।
  • 190+ देशों में लाखों लोगों ने योग कार्यक्रमों में भाग लिया।
  • डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाइव सेशन और वर्चुअल योग क्लासेस ट्रेंड में रहीं।

2025 में योग की बढ़ती प्रासंगिकता

आज की तनावपूर्ण, व्यस्त और असंतुलित जीवनशैली में योग एक वरदान है। यह न केवल शारीरिक फिटनेस बल्कि मानसिक शांति और आंतरिक स्थिरता भी प्रदान करता है।

हालिया आंकड़ों के अनुसार:

  • दुनियाभर में 30 करोड़ से अधिक लोग नियमित योग कर रहे हैं।
  • अमेरिका, जापान, जर्मनी आदि देशों ने योग को स्वास्थ्य प्रणाली और स्कूल पाठ्यक्रम में भी शामिल किया है।

सोशल मीडिया पर युवा और ग्लोबल क्रेज: इस वर्ष सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर #SunriseYogaChallenge, #YogaForPeace आदि ट्रेंड्स जल्दी से वायरल हुए। इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर विशाखापट्टनम के ड्रोन व्यू और समुद्र में नौसेना का योग सबसे अधिक शेयर की जाने वाली क्लिप्स में शामिल रहे।

Yoga Day 2025: ने फिर सिद्ध किया कि योग न ही भारत की सांस्कृतिक विरासत है, बल्कि यह वैश्विक स्वास्थ्य और शांति का माध्यम बन गया है।

“One Earth, One Health”की थीम के साथ इस साल का योग दिवस पूरी दुनिया में संपूर्ण स्वास्थ्य और सामूहिक चेतना का संदेश बनकर उभरा।

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